ABOUT US

Mission

To reach out as many people as possible and make a difference in their life. Our mission at KVS Foundation is to empower underprivileged students through education, mentorship, and job assistance. We aim to bridge socio-economic gaps, promote environmental sustainability, and create a more inclusive society where every child has the opportunity to thrive and achieve their full potential.

Values

• Transparency
• Respect for human rights
• No Discrimination
• Commitment
• Integrity
• No personal benefit
• Secular, Non-Political, and Non-Religious
• See potential in every poor child
• Accountability

Vision

Our vision at KVS Foundation is to create a society where every underprivileged child has access to quality education, mentorship, and job opportunities. We envision a future where socio-economic barriers are eliminated, environmental sustainability is promoted, and every child can reach their full potential and contribute positively to the community's prosperity and well-being.

Our approach

Our Story

At KVS Foundation, our approach centers on empowering underprivileged youth through education, mentorship, and sustainable career opportunities. Through our "Bishwambher Devki Scholarship Program," we alleviate financial burdens and ensure fair access to education for deserving 10th-grade students, promoting gender equality and social inclusion. Partnered with the Comet Foundation, our mentorship programs provide tailored guidance and skill development, empowering students to thrive in the IT sector. Additionally, our job assistance initiatives bridge the gap between education and employment, ensuring meaningful career paths for our graduates and contributing to a more inclusive society.

Message

Sanjay Verma

Secratery

डॉ केदार नाथ वर्मा मेमोरियल सामाजिक सेवा संस्थान एक परिचय -
डॉ केदार नाथ वर्मा मेमोरियल सामाजिक सेवा संस्थान देश के महान स्वतंत्रता सेनानी और वैधराज डॉ केदार नाथ वर्मा जी को समर्पित एक सामाजिक और रचनात्मक संस्थान है। डॉ केदार नाथ वर्मा बिहार के तत्कालीन मुजफ्फरपुर और वर्तमान में वैशाली जिला के बिदुपूर प्रखण्ड के कुतुबपुर (चेचर) के निवासी थे ,इनके पिता जी का नाम स्व.लाला लछमी नारायण प्रसाद था जो एक जमीनदार थे I वर्ष 1933-34 के प्रलयंकारी भूकंप से प्रभावित क्षेत्र होने के कारण सपरिवार ये लोग पूर्णिया (बिहार)चले गए परंतु 1936 मे केवल डॉ केदार नाथ वर्मा अपने बच्चों के साथ अपने गांव कुतुबपुर (चेचर)वापस आकर अपना वैध का कार्य करने लगे और उनका पूरा परिवार पूर्णिया में ही रह गया जो आज भी है। वर्ष 1937 में देश की आजादी का संघर्ष जोड़ पर था और वैशाली जिला के ही आंदोलन के प्रमुख नेता योगेन्द्र शुक्ल अंडमान निकोवार जेल से रिहा होने के वाद महनार आये थे तो उनके भाषण का इतना गहरा प्रभाव डॉ केदार नाथ वर्मा पर पड़ा की वे बैध का कार्य छोड़ कर आजादी के लड़ाई मे कुद पड़े। 1942-44 के बीच अँग्रेजी शासन को समाप्त करनें के लिये क्रांतिकारियो के द्वारा यातायात एवं जनसंचार के साधन वाधित किया जा रहा था जिसमें डॉ केदार नाथ वर्मा जी ने भूमिगत रह कर आंदोलन में अपना योगदान दिया था तथा तत्कालीन महनार प्रखण्ड में क्रांतिकारियो के प्रमुख सहायक साथी थे,वैध होने के कारण अँग्रेज पुलिस को इन पर शक नहीं होता था जिस कारण भूमिगत रह कर अँग्रेजी हुकुमत से लोहा लिया था। वर्ष 1946 में हाजीपुर अनुमंडल के तत्कालीन अँग्रेज अनुमंडल पदाधिकारि ने इन्हें अनुमंडल के मशहूर वैध होने के कारण वैध रत्न की उपाधि से सम्मानित किया था तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया था जिसे उन्होने पराधिन होने के कारण तत्कालीन अनुमंडल कार्यालय को यह कहकर वापस कर दिया की अंग्रेजो द्वारा दिया गया उपाधि और सम्मान हमको स्वीकार नही है। डॉ केदार नाथ वर्मा ईमानदार,धर्म निरपेक्ष तथा सामाजिक विकास के लिए तत्पर और समाजसेवी चिन्तन के लिए जाने जाते थे। वे समाजवादी विचार से ओतप्रोत थे। वर्तमान मे चेचर ग्राम समुह मे भारत सरकार और राज्य सरकार के द्वारा इतिहास की जानकारी के लिए खुदाई किया जा रहा है यह डॉ केदार नाथ वर्मा जी का ही प्रयास था की आरकोलोजिकल सर्वे आफ इंडिया के मान चित्र पर चेचर ग्राम समुह आया है,तत्कालीन समय में वे प्रतिदिन गंगा नदी के किनारे मिलने वाले पौराणिक ईंट और मिट्टी के बर्तन इत्यादि जमा करते थे जो बौद्ध कालीन था और शायद उससे पहले का था । वे साहित्य के भी प्रख्यात जानकार और काष्ठ कलाकार भी थे । वे ईश्वर मे विश्वास रखने वाले भगवान श्रीकृष्ण और महामाया देवी के ऊपासक थे । प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी, महान विचारक और विराट व्यक्तित्व के नाम पर ही इस संस्था की स्थापना की गई है जहां समाज के विभिन्न क्षेत्र में पिछड़े हुए , छूटे हुये तथा किसी कारण से असमर्थ रहने वाले को "डॉ केदार नाथ वर्मा मेमोरियल सामाजिक सेवा संस्थान" द्वारा विभिन्न योजना के माध्यम से सहायता एवम सहयोग देकर समाज के मुख्य धारा मे लाया जा सके । डॉ केदार नाथ वर्मा मेमोरियल सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा संचालित "विश्वम्भर-देवकी छात्र वृति कार्यक्रम " अन्य कार्यक्रमो के अतिरिक्त वैशाली जिला के निर्धन एवम मेघावी छात्रों के लिये महत्वपूर्ण छात्र वृती योजना है जो प्रति वर्ष छात्र- छात्रा को छात्रवृति देकर सम्मानित और शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करती है इसके अतिरिक्त संस्था द्वारा अन्य लाभकारी और जन उपयोगी कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। मैं अपनी ओर से डॉ केदार नाथ वर्मा मेमोरियल सामाजिक सेवा संस्थान के पदाधिकारियों,सहयोगियों और कार्यक्रम के आयोजको को हार्दिक धन्यवाद देता हूं जो इस संस्था के माध्यम से समाज सेवा के उत्कृष्ट कार्य मे शामिल हैं तथा जन-सेवा कर रहें हैं।
( संजय वर्मा )
सचिव